वो पलटकर देखना भी मुनासिब नही समझते ,, हर लम्हो को लब्जो में बयां करना नही जानते।। ऐसे में कैसे कह दू बेवफ़ा उन्हें जब मैं खामोश हूँ और वो आंखों को पढ़ना नही जानते.... श्रेयशी सुमन... #NojotoQuote रात के ख्वाब #श्रेयशीसुमन