हाथ चिलमन से जो मेरा न हटाया होता । अश्क पलकों का न दुनिया को नुमाया होता । सीख पाता ही नहीं यार मैं हँसने का हुनर । उसने दिन-रात जो मुझको न रुलाया होता । ©kavi Rajan Bhadauriya #मुक्तक Ayushi Vishwakarma ᴅᴇᴀʀ ᴄᴏᴍʀᴀᴅᴇ Sonu Prajapati WRITER SACHIN Dolly Rahangdale