हे प्रथम पूज्य! आराध्य हमारे मंगलमूर्ति गणेश तुम्हीं हो, आओ पधारो गजानन सारे काज पूरे करने वाले तुम्हीं हो। सिद्धिविनायक,विघ्नविनाशक, उमाशंकर के लाल तुम्हीं हो। अक्षत,रोली,मेवा चढ़े तुझे मोदक,मिश्री खाने वाले तुम्हीं हो। सुख देने वाले सुखहर्ता व दु:ख हरने वाले दु:खहर्ता तुम्हीं हो, रिद्धि-सिद्धि के संग पधारो सबके भाग्य विधाता तुम्हीं हो। लंबोदर गजबदन विनायक एकदंत और दयावंत तुम्हीं हो, दीनन की लाज रखने कामना को पूरे करने वाले तुम्हीं हो। बुद्धि विधाता,मंगल दाता,गौरी सुत,विनायक देव तुम्हीं हो, छप्पन भोग लगाएं तुझे भंवर से निकालने वाले तुम्हीं हो। सूक्ष्म भी तुम स्थूल भी तुम और सब गणों के राजा तुम्हीं हो, सब देवों में प्रथम पूज्य और सुख वैभव देने वाले तुम्हीं हो। बलशाली तुम हो महाकृपाली तुम हो ज्ञान देने वाले तुम्हीं हो, कीर्ति पताका जग में लहराए जग की पीर हरने वाले तुम्हीं हो। सूड़ सुडाला कृपासिंधु एकानन गौरा शंकर के प्यारे तुम्हीं हो, सुख समृद्धि लाने वाले घर घर खुशियां बरसाने वाले तुम्हीं हो। जो भी ध्यान धरे तुम्हारा उसका बेड़ा पार करने वाले तुम्हीं हो, धूप दीप नैवेद्य भावे भव सागर से पार कराने वाले तुम्हीं हो। ♥️ मुख्य प्रतियोगिता-1042 #collabwithकोराकाग़ज़ 💐💐 गणेश चतुर्थी की हार्दिक शुभकामनाएँ! 💐💐 ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें! 😊 ♥️ दो विजेता होंगे और दोनों विजेताओं की रचनाओं को रोज़ बुके (Rose Bouquet) उपहार स्वरूप दिया जाएगा।