पता नहीं लोग कैसे 90 या 100 साल की जिन्दगी जी लेते हैं, यहाँ तो 30 तक पहुँचने में ही बेड़ागर्क हो रखा हैं, 30 क्या ही? 30 में से 21 साल तो पढ़ाई- लिखाई में गुजर जाते हैं, बाकि 9 साल की जिन्दगी में ही दिमाग का दही हो गया हैं। U. K. ©Ubaida khatoon Siddiqui #Ubaidakhatoon #ubaidawrites #Thoughts #ahsaaskealfaaz आज का विचार सुविचार इन हिंदी 'अच्छे विचार'