चंद कदमों की धरा थी नप गई कुछ घड़ी में ज़िन्दगी ये खप गई कुछ नही मुझको सुझाया उम्रभर नाम तेरा साँस मेरी जप गई मुक्तक #WhenIpendown #मुक्तक #गीतिकाछन्द