जब आपके वजूद से कोई इंसान दो क़दम पीछे हट रहा हो तो कोशिश करें कि आप चार क़दम पीछे हट जाएं। इसको इज़्ज़त ए नफ़्स कहते हैं क्योंकि जिसके लिए आपकी ज़ात और बात बेमानी हो जाए तो बा-इज़्ज़त ढंग से रास्ता बदल लेना ज़हनी तकलीफ़ से बचने का बेहतरीन तरीक़ा होता है। ©Tarique Usmani #samay