जय हो शिव शंकर, आये हैं हम तेरे दर। नाम है महाकाल, काल भी माने डर। दुःख - संकट सब, प्रभु लो अब हर। माफ करो हे प्रभु!, गलती हो कोई गर। हे भोले भंडारी, भरो खुशी से घर। डमरू बजाकर के, नई ऊर्जा को भर। भाँग , धतूरा लाये, विनती कबूल कर। -विश्वासी #श्रावणमास #विश्वासी