जिन्दगी यूं भी चल सकती है तुम्हारे बगैर, कुछ फीकी सी, कुछ मुरझाई सी, बेस्वाद सी.... पर तुम्हारा होना मेरी जिंदगी में कुछ और ही रंग भरता मैं चाहे सफेद पहनूं फिर भी खिली खिली सी लगती हूं... जब तुम होते हो मेरे पास.. आह सा्री तुम कहां होते हो मेरे पास... ये कहना बेहतर होगा- जब मैं तुम्हारे ख्यालों में होती हूं तुम बिल्कुल वैसे हो मेरी जिंदगी में जैसे गोल गप्पे का पानी खट्टा मीठा सा, जिसे पीते ही और मन करता है पीने का जिसे सोच कर ही मुंह पानी से भर जाता है हां तुम बिल्कुल वैसे से हो मेरी जिंदगी को जिंदगी बनाने वाले, बिलकुल मेरे से... मैं तुम्हें अपना कह सकती हूं ना .... Anjali A #सिर्फ तुम