वो अभी दुनिया भुला के लौटा है..... अपनी मासूमियत को वो छुपा के लौटा है वो अभी दुनिया भुला के लौटा है उन दिनों यारी थी उसकी कई तस्वीरों से, आज तस्वीर वो सारी जला के लौटा है रोज़ मिलना था मुहब्बत की सदी मे उसका , आज बिछङा तो दिल अपना जला के लौटा है ©waqil ahmad raza बज़्म ए सुख़न