तेरी बातें हैं ऐसी जैसे कोई दलील देता है कम मैं भी नहीं जो बन खुद वकील बैठा है। न तेरी खता है और न मेरी खता है, यहाँ हर कोई एक दूसरे का मुनसिफ बन बैठा है। #iAmShubh 🌝प्रतियोगिता- 208🌝 ✨✨आज की रचना के लिए हमारा शब्द है ⤵️ 🌹"मुनसिफ़"🌹 Meaning : न्यायधीश, Judge 🌟 विषय के शब्द रचना में होना अनिवार्य नहीं है I कृप्या