Papa..... क्या लिखूं आपके बारे में -2 जिसने मुझे सवारा था वो मेरा छुपा हुआ सारा हुनर -2 खुद ही जान लेना, मेरे लिए किसी तोहफे से कम न था और लिखूं भी क्या उसके लिए -2 जिसने मुझे निखारा था यूं तो लगता ही था हमें हर Lecture Boaring सा लेकिन -2 वो आपका 20 Minutes का Lecture किसी आशियाने से कम ना था -2 वो दिन मुझे आज भी याद है -2 जब आपने मुझे पहली दफा बेटा बोल पुकारा था यूं तो हर किसी ने नाकाम ठहराया था लेकिन -2 आपने ही तो संवारा था मुझे, आज मैं चल रही हूं -2 क्योंकि वो आपने ही तो सिखाया था मुझे मेरे ही हुनर से रूबरू कराना-2 मेरी उन बेजान कागज के टुकड़ों से दोस्ती करवाना -2 किसी कोहिनूर से कम ना था And the last I just say जहां डगमगा जाए कदम मेरे -2 वहां एक हाथ में आपका हाथ और दूजे मैं आपकी नाराजगी चाहती हूं ज्यादा कुछ नहीं -2 बस आपका साथ चाहती हूँ अब ज्यादा लिख नहीं सकती आपके बारे में -2 क्योंकि -2 मेरे लफ्ज अब मुझसे खफा है वो कहते हैं मुझे -2 कि तू हमें उसकी तारीफ में पेश कर रही है जिसकी -2 काबिलियत चंद शब्दों में बंया करना मुमकिन नहीं Papa special for you some lines i hope you like this lines......😊😊 #Kumkum ©Kumkum #Happy