अन्य धर्म ग्रंथों की रचना ऋषि-मुनियों और विद्वानों ने आश्रम देव स्थानों या महलों में बैठकर की तो श्रीमद भगवत गीता के उपदेश श्री कृष्ण ने युद्ध के मैदान में दिए अर्जुन जब महाभारत के युद्ध में पूरी तरह पास गलत हो गए तो कृष्ण ने संतुलन बनाए रखने के लिए जो उपदेश दिए हुए गायन शैली में थे गीता के श्लोक पढ़ने या बोलने के लिए नहीं बल्कि गायन के लिए है यानी जो गाय जाए वह गीत है इसी विचार से जीवन के महाभारत में भी जब कभी उत्तल पुथल की स्थिति हो तब गीता संगीता के माध्यम से संतुलन बनाना चाहिए ©Ek villain जीवन का महाभारत सबसे अलग है