किसी की किश्मत कब चमक जाये' और किसी की किश्मत कब उससे रूठ जाये" इसका इंसान को जरा सा भी अंदाज़ा नही होता है.. अच्छे वक़्त पर इतना घमंड करता है" जो कभी भी किसी का सगा नही होता है.. फिर क्यूं आज में इतना खो जाता है" कि कल का उसे होश नही होता है.. ये वक़्त है साहब पल-पल बदलता रहता है' फिर मुसीबत में इतना घबराना क्या " और अच्छे वक़्त में इतना इतराना क्या.. _Krishná... #wqt