कभी कभी मुस्कुराहटों को चेहरे पर रक्स करने दो , जजबातों को बाहर आने दो , इक खुशनुमा अक्स करने दो , चन्द लमहों के लिए खुद को अलग सा शक्स बनने दो ......... Raqs