अम्बर में चाँद तारों का साथ देख लो तुम, हूँ मैं इक तुम्हारी, मेरा दिल झाँक लो तुम। हिलोरे दिल में उठती तेरे प्यार की पल पल, सागर सा गहरा है इश्क़, गहराई नाप लो तुम। सुनो तुम्हें मेरी क़सम है, बस छोड़ के ना जाना, तुम बिन मैं कुछ नहीं हूँ, ये बात जान लो तुम। सूरज छुपा हुआ था जीवन का मेरे कबसे, तुम लाए हो उजाला, मेरा आन बान हो तुम। सुबह तुम्हीं से हो बस, ये रातें तुमपे ही ख़त्म, जन्नत भी है ठुकराया, सारा ख़ुमार हो तुम। तुमसा ना मुझको प्यारा अब कोई इस जहाँ में, मेरी नज़र से देखो, सारा संसार मेरा हो तुम। ( तुम्हें मेरी क़सम - 11 ) #kkतुम्हेंमेरीक़सम #जन्मदिनकोराकाग़ज़ #kkजन्मदिनमहाप्रतियोगिता #collabwithकोराकाग़ज़ #कोराकाग़ज़ #nazarbiswas