Nojoto: Largest Storytelling Platform

रिश्तों को समझने में भूल हुई है, दिल की आवाज सुनने

रिश्तों को समझने में भूल हुई है,
दिल की आवाज सुनने में गलती हुई है।
जो चाहते थे, वो हो न सका ,
दर्द हमारा कोई समझ न सका ।
सालों बाद एक कोशिश की थी,
उसकी नाकामी भी हमने हासिल की थी।
सही कहते हैं सब, भावनाओं में बह जाती हूं मैं,
आज कल के लोग कैसे हैं,ये भी भूल जाती हूं मैं।

अपनों को भुला देना आसान नहीं होता,
फिर भी भुला देना चाहती हूं मैं।
अपने आप को पूरी तरह बदल देना चाहती हूं मैं,
दिल में प्यार की जगह ,नफरत को देना चाहती हूं मैं।
बस,अब जीने का तरीका बदलना चाहती हूं मैं।।

©Kirti Sharma
  ##heart touching poem #
##life related ##
kirtisharma7455

Kirti Sharma

New Creator

#heart touching poem # #life related ##

665 Views