Unsplash जीव जंतु के जीवन में भी हास्य होगा पेड़ पौधों के रशों में भी गुदगुदी दौड़ती होगा मानता हूं लकिन ठहाके लगाकर छतें हिला देना या खिलखिलाहट से सारे कमरे को फूलों की सुवास से भर देना यह मनुष्य ही कर सकता है... -वेद प्रकाश ©VED PRAKASH 73 #सूत्र