चंद किस्से हैं पुराने, चंद लम्हों के हैं ये फसाने, मुड़ कर देखा उस राह पर, वहीं खड़े हुए थे हम तीन दीवाने। लाख जतन किए अपनी-अपनी मंजिल पाने को, कोई शिखर पर गया तो कोई पहुंचा रसोई खाने, फिर से दिल ने दस्तक दी कि, इक बार तो मुड़कर देख उस जमाने को, फिर भी मिले वहीं खड़े हुए हम तीन दीवाने। #old memories #childhoodfriendship #myownmusings