काश मैं बारिश का पानी होता कुछ क्षण के लिए ही सही मैं उनसे यू लिपटा होता l बरसने के लिए ,बार-बार इस कदर तड़पता में उन पर, उनकी गैरमौजूदगी में; मेरे बरसने का कुछ मतलब ना होता... सौरभ दांगी #MumbaiRains गैर मौजूदगी