हिन्दू थी ना मैं मुस्लिम थी पहले एक इंसान थी अंकल । इंसानियत का रिश्ता तो निभाते अंकल । साँसे रुक चुकी थी मेरी तब तो मुझे छोड़ देते अंकल । रावण ने फिर भी मर्दो वाला काम किया था आपने तो अपनी बेटी को अगवा किया था अंकल । मेरी आह भले ना सुनी हो किसी ने उस वक़्त पर एक दिन आप भी एक दिन भाई और पिता बनोगे अंकल । अगर मन करे ना अपनी बेटी को भी अगवा कर अपने दोस्तों को बुला नोचना और खा लेना अंकल । #nojoto