आसमां से चाँद अब निकल आये नफ़रत की दीवार अब ढल आये कि ऐसा हो ये ईद का त्यौहार कि इंसा से इंसा अब मिल जाये सादर प्रणाम सहित "ईद_उल_अज़हा" की ढेरों मुबारकबाद मेरे समस्त प्रिय वतन परस्त भाइयों को ..