ग़म को दुनियादार बनाना पड़ता है दर्द-ए-दिल मंचों पर गाना पड़ता है शायर बनना है इतना आसान नहीं महफ़िल में हर राज सुनाना पड़ता है फूलों की मंजिल तक अगर पहुंचना हो काँटो के रस्ते से जाना पड़ता है टूटे दिल वालों ग़ज़ब कहानी है दिलवालों से नज़र चुराना पड़ता है इक झूठी मुस्कान सजाकर होठों पर जाने कितने दर्द छुपाना पड़ता है --प्रशान्त मिश्रा शायर बनना है इतना आसान नहीं