दर असल मैं मोहबत उनको रू से कर बैठा प्यार जिसे जिसम वाला अच्छा लगता था. मैने रानी बना लिया उसे दिल की जिसे तवाएब बनकर रहना अच्छा लगता था. ©Singh Manpreet दर असल