तीन पाये पर खड़े लोकतंत्र की कल्पना कर सकते है क्या! अगर नहीं ,तो करना शुरू कर दीजिए क्योंकि चौथा स्तंभ अपनी जर्जर अवस्था को प्राप्त हो चुका है और किसी भी वक़्त भरभरा कर गिरने हि वाला है #मीडिया