एक तेरे बिना जैसे रंगों बिना 'आसमान' कोई, खुशबु बिना बहती 'हवा' कोई कुछ कमी सी है एक तेरे बिना जैसे बिना हया के 'पर्दा' कोई, जैसे बिना दुआ के 'सजदा' कोई, कुछ कमी सी है एक तेरे बिना जैसे बिना रूह के 'ज़िस्म' कोई, जैसे बिना वफ़ा के 'इश्क़' कोई, एक तेरे बिना हां कुछ कमी सी है.. #सुचिता दिल सहमा सहमा है ये कैसी कमी है। #कमीहै #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi#सुचितपाण्डेय