दिमाग से खेलना था तो शतरंज खेल लेते, मेरे दिल से खेल के क्या मिला। रानी का हूनर ही देखना था तो ताश खेल लेते,एक शहजादी के जज़्बात से खेल के क्या मिला।। #satranz# taash# game # queen# for you# poetry ✍️विनोद उमरतकर