#OpenPoetry समक्ष आपके आज उपस्थित यह जो मेरी काया है कुछ नहीं इसमें मेरा मेरी मां ने मुझे बनाया है जीवन देकर दुनिया दिखायी पहली घूंट से तृप्त कराया है तोतले शब्द मुझको बुलाये नन्हे पेरों से चलना सिखाया है सुंदर लगे उसका अज्जु इसलिए दिन में तीन तीन बार सजाया है बड़ा हुआ जब उसका लाल स्कूल उसे पहुंचाया है A से apple ज्ञ से ज्ञानी पहला अक्षर उसी ने लिखाया है छोटी मोटी गलतियों पर पर्दा डाल कर पापा की डांट से बचाया है पीछे पीछे दौड़कर मेरे भूख को मेरी मिटाया है छोटी छोटी उपलब्धियों पर मेरी सबसे पहले चेहरा उसका मुस्कराया है ठोकर खाकर जब भी गिरा पापा का हाथ आगे आया है गिर कर उठना उठकर चलना पापा ने हर बार बताया है रुपये का ना मोल बताकर व्यवहार को अनमोल बताया है बूँद बूँद से घड़ा भरकर उसने मुझे दिखाया है दुख की धूप ना आने दी कभी बनाए रखा हर पल अपना साया है मैंने अपनी हर ज़िद को उसके हाथों तोहफे रूप में पाया है हर सपने को मेरे सच करके उसने दिखाया है खुशी से मन भरपूर है हरपल ऐसा मनोहर प्रेम मेने पाया है बस इतना सा ही कहना है आज मेरी मां ने मुझे बनाया है मेरी मां ने मुझे बनाया है #OpenPoetry #nojoto #maa #love #son #feel #feelin #poetry #kavita