सफर थोड़ी लम्बी है अभी जाना बड़ी दुर है रुकना हमने कभी सीखा नहीं जनाब क्या करें हम आदत से मजबूर हैं भीड़ में चलने वाले अनेक हैं पर हमें अकेला ही चलना आता है क्योंकि मार्ग दर्शक मां बाप और हौसला खुद विधाता हैं तभी तो दुनिया के भीड़ में भी हम खुद में ही मशहूर हैं सफर थोड़ी लम्बी है अभी जाना बड़ी दुर है रुकना हमने कभी सीखा नहीं जनाब क्या करें हम आदत से मजबूर हैं हमने तकदीर से ज्यादा खुद को आजमाया है हमने अपने हार से जीत तक मंजिल तक सजाया है कहीं गीरा कही खुद से सम्भला तो कहीं मुश्किलों को भी धुल चटाया हैं अभी तो जागे है हम अभी ही तो जागा हम में सुरूर हैं सफर थोड़ी लम्बी है अभी जाना बड़ी दुर है रुकना हमने कभी सीखा नहीं जनाब क्या करें हम आदत से मजबूर हैं by Suraj Prakash sah ©Ek lamha Safar ka #motivate #Self #fighter #demotivated #self_love #self_respect #self_motivation