ग़ज़ल मेरा ऐसा असर लगता था उसको कहां हूं मैं ख़बर लगता था उसको मुहब्बत आज भी मुझसे है लेकीन मगर कहने से डर लगता था उसको ज़माना ऐब जिसे कहता था मेरा वही अच्छा हुनर लगता था उसको ©Akhtar Gorakhpuri #तुम्हारी_याद