हे नारी शक्ति तुम्हें नमन, अनमोल प्रकृति उपहार हो । महिमा अपरम्पार तेरी, जीवन का श्रृंगार हो। माँ, पत्नी हर रूप मे तुम, ममता श्रद्धा और प्यार हो। तुम्हें व्रत उपवास में जलना क्या, तुम खुद मे ही त्यौहार हो।। ©Indresh Yadav #Karwachauhth #Karwachauth