तुम वाकिफ़ नहीं मुझसे तो हकीकत से रूबरू कराऊँ तो कराऊँ कैसे । तुम तो सोये हो अर्सों आग़ोशी में कहीं तो तुमको जगाऊँ कैसे ।। Yogesh Sharma vakif