सम्भाल रखती हूँ, हर चीज़ से ज्यादा तेरी वो निशानी, तूने जो दिया गुलाब, उसमे सूखती हुई हर ख़्वाब और मेरी लाचारी! 🌝प्रतियोगिता-114🌝 ✨✨आज की रचना के लिए हमारा शब्द है ⤵️ 🌹"वो निशानी"🌹 🌟 विषय के शब्द रचना में होना अनिवार्य नहीं है I कृप्या केवल मर्यादित शब्दों का प्रयोग कर अपनी रचना को उत्कृष्ट बनाएं I