Nojoto: Largest Storytelling Platform

ग़म छिपाकर अपने वो मुस्कुरा देती है, आँखे जो छलक जा

ग़म छिपाकर अपने वो मुस्कुरा देती है,
आँखे जो छलक जाए कभी तो
उसे खुशी के आँसू बता देती है
ज़िंदगी के धूप छाव से वाकिफ़ है वो,
अपने सकारात्मक नज़रिये और 
आशावादी सोच से हर मुशिकल 
को आसान बना देती है,
गिरती है, संभलती है, अपनी गलतियों 
से सीखती है,
टूटकर बिखरती अगर, खुद को फिर 
समेट लेती है
किसी का बस नहीं उसपर,
वो अपनी मर्ज़ी की मोहताज है
उसका मन पारदर्शी होकर भी
एक गहरा राज़ है!
थोड़ी दीवानी, थोड़ी सयानी, थोड़ी बचकानी है
हर कोई जिसे पढ़ ना पाए,
ऐसी उस "शाम" की कहानी है!
          
                                                          --Sham
                        ..🌸🌼🌺🌻..






#yourquotebaba
ग़म छिपाकर अपने वो मुस्कुरा देती है,
आँखे जो छलक जाए कभी तो
उसे खुशी के आँसू बता देती है
ज़िंदगी के धूप छाव से वाकिफ़ है वो,
अपने सकारात्मक नज़रिये और 
आशावादी सोच से हर मुशिकल 
को आसान बना देती है,
गिरती है, संभलती है, अपनी गलतियों 
से सीखती है,
टूटकर बिखरती अगर, खुद को फिर 
समेट लेती है
किसी का बस नहीं उसपर,
वो अपनी मर्ज़ी की मोहताज है
उसका मन पारदर्शी होकर भी
एक गहरा राज़ है!
थोड़ी दीवानी, थोड़ी सयानी, थोड़ी बचकानी है
हर कोई जिसे पढ़ ना पाए,
ऐसी उस "शाम" की कहानी है!
          
                                                          --Sham
                        ..🌸🌼🌺🌻..






#yourquotebaba