।।जज़्बात मेरे मन के।। यह दुनियां ! गुलशन की मानिंद , यहां रंग बिरंगे , सुमन खिले। मैं कहता यही , है बात सही! कौन, कहां! किस वक़्त मिले।। कवि हरिश्चन्द्र राय 😍हरि 😍 मुंबई ।।महाराष्ट्र।। ©ACTOR HARISHCHANDRA RAI LOVELY DEAR FRIENDS..NAMSKAR AND SWEET LOVE. #WorldOrganDonationDay