एक रोज़ का इंतज़ार है, खुशी के नगमे मैं लिखूं । गम गर साथ भी हो, खुशी से उसे पार करूँ । मुस्कुराहट का मुखोटा उतार, दिल से मैं हँस सकूँ । गम भी मुँह अपना छुपा ले, ऐसा औरा मैं रखूं । किसी के लिए खास बनूं, खास हूं ऐसी झूठी आस न रहे । साथ रहने की कसम न हो, जीवन भर पर साथ रहे । आने वाले जाते रहें, पर इस जहां में अपना नाम रहे । मैं रहूँ या ना रहूँ, मेरे कर्मो का गुणगान रहे । एक रोज़ का इंतज़ार है, खुशी के गीत में रंग जाऊं । दुनिया छोड़ू उससे पहले, प्रेम प्रसंग मैं गाउँ ओर मुस्कुराऊँ । हस्ते चेहरे से आखिरी अलविदा कह जाऊँ ।। एक रोज़ का इंतज़ार है, खुशी के नगमे मैं लिखूं । गम गर साथ भी हो, खुशी से उसे पार करूँ । मुस्कुराहट का मुखोटा उतार, दिल से मैं हँस सकूँ । गम भी मुँह अपना छुपा ले,