मुकद्दर में कौन हैं ये वक्त बताता है। मोहब्बत किससे हैं ये दिल बताता है। हमने तो ठाना है तेरे बाद दिल में किसी और को नही बसाना हैं। चाहे ज़िंदगी रेगिस्तान ही क्यूं न रह जाए। मगर दूजा ताजमहल नहीं बनाना हैं। ©M A Waquar दूजा ताजमहल नहीं बनाना हैं #MySun