Nojoto: Largest Storytelling Platform

तन गोरा तेरी पतली कमर चढ़ता यौवन सोला की उमर बड़ी

तन गोरा तेरी पतली कमर
चढ़ता यौवन सोला की उमर
बड़ी आंख धरी मुख के ऊपर
ज्यों कोई कमल खिला हो सर
तेरे उर से उभरता सा यौवन
छूकर के पवन करता पावन
हंस बात करे मानो फूल झड़ें
फूलो का रंग सभी पे चढ़े
मेरे गांव गई उड़ धूल चढ़ी
लगे मानो कपूर में धूल पड़ी
तुम धूल धवल संग अतिसुंदर
उपमा न मेरे मुंह से कढ़ी
तुम कामदेव की दुल्हन सी
इस लोक कौन से कुल उपजी
तू कोमल ललित नवल कोपल सी
सोहे मन देख भरे ना जी

©दीपेश #Beauty #Love #Like 
महाकवि केशव के पद से प्रेरित
तन गोरा तेरी पतली कमर
चढ़ता यौवन सोला की उमर
बड़ी आंख धरी मुख के ऊपर
ज्यों कोई कमल खिला हो सर
तेरे उर से उभरता सा यौवन
छूकर के पवन करता पावन
हंस बात करे मानो फूल झड़ें
फूलो का रंग सभी पे चढ़े
मेरे गांव गई उड़ धूल चढ़ी
लगे मानो कपूर में धूल पड़ी
तुम धूल धवल संग अतिसुंदर
उपमा न मेरे मुंह से कढ़ी
तुम कामदेव की दुल्हन सी
इस लोक कौन से कुल उपजी
तू कोमल ललित नवल कोपल सी
सोहे मन देख भरे ना जी

©दीपेश #Beauty #Love #Like 
महाकवि केशव के पद से प्रेरित

#Beauty Love #Like महाकवि केशव के पद से प्रेरित #कविता