तुम हो तुम हो मिले, जिंदगी की कीमत बढ़ चुकी है। तुम हो कीमत, मौत तो मेरी पहले लिख चुकी है। तुम हो असल, सूद मेरी सांसे बन चुकी है। तुम हो लम्हा, वक्त तो एक पहेली बन चुकी है। Main apni soch ko likhta hun kisi ke liye nahi likhta #waqt #tum #love #maut #asal #sood