((जिंदा होता )) काश वो वक़्त थम गया होता जिस घड़ी मैं ख़ुद को ख़त्म करने की सोच रहा था आसान नहीं था मेरे लिए छोटे शहर से सपनों के शहर में अपना कदम रखना बहुत सी मुश्किलें सामने आया मगर मैं उनसे जीतकर आगे बढ़ता गया मेरी एक गलती हमेशा के लिए मुझे ख़ामोश कर गया वरना आज मैं जिंदा होता ,,,,,, सफ़र जारी था जिंदगी का लेकिन मैं खुद से हरता गया इस कदर बिखरा मैं अपने अस्तित्व को छुपाने लगा कोई दुआ मुकम्मल मेरी भी हुई होती मुक्कदर में लिखी खुशी मेरी भी हुई होती सबकुछ छोड़ ऐसे न रूठ कर गया होता वरना आज मैं जिंदा होता,,,,,, बेशक मेरे जाने के बाद लोग मुझ पर हजार सवाल उठा मुझे कमजोर बता बहुत से कहानी बना मुझे सुर्ख़ियो में लाए होंगे मेरे जाने का हक़ीक़त कुछ और था लेकिन वजह कुछ और दुनियां के सामने लाए होंगे अपनों को छोड़ जाना आसान नहीं था दर्द में उस रात मैं भी तड़पा था सबसे नम आंखें मैं न छुपाया होता वरना आज मैं जिंदा होता ,,,,, ख़ामोश आप हो गए लेकिन यादों में हमेशा जिन्दा रहोगे बिहार का शान थे एक वक़्त था आज भी पटना के हर गलियों तेरा ज़िक्र हमेशा होते रहता आप चाहे देख न पा रहे हो लेकिन आपके जाने के बाद भी यहां बिहार के धरती पर हमेशा जिन्दा रहोगे,,,,,,,😭😭😭