जैसे-जैसे उम्र बढ़ेगी तुम्हें समझ आने लगेगा यहां तुम्हारा कोई नहीं है, सिवाय तुम्हारे। तुम भीड़ से कटने लगोगे और सदैव एकांत की तलाश में रहोगे। जो तुम्हें अपना कहते हैं वही पराए जैसा व्यवहार करेंगे। रिश्ते केवल स्वार्थ पूर्ति के लिए होंगे, वास्तविकता में तुम खुद को अकेले ही पाओगे। एक क़दम शांती की और ©S N Gurjar #हर_हर_महादेव 🙏