कभी कभी हम नहीं लिखते। अंतर में बैठा कोई लिखता है। पीड़ा,विषाद,प्रेम उन्माद को! वही शब्दों में काजल भरता है। वही क़लम में लाली भरता है। कूँचे की हरियाली को लेकर! वही बंजर ज़मीन पर-- खेती करता है। 🌼 #yqbaba #yqhindi #vaani #dvdp #bestyqhindiquotes #stree Best YQ Hindi Quotes #YourQuoteAndMine Collaborating with Divya Pathak DP दीदी आपकी ये कविता बेमिसाल है हर एक पंक्ति आमद की नमन आपको। #पाठकपुराण