Nojoto: Largest Storytelling Platform

जिस शिखर को कभी अभिमान था वो गुलामी का शिखर भी झु

जिस शिखर को कभी अभिमान था 
वो गुलामी का शिखर भी झुक गया ,
देश के लिए जो एक चंद्र था
एक क्रान्ति का शिखर बन गया 
पिस्तौल की आखिरी गोली तक
जिसने गुलामी से संघर्ष था किया 
आजाद शख्स था  वो वक्त से आज़ादी की क्रान्ति को आज़ाद कर गया ।।
@śrishti salute to chandrashekhar azad
जिस शिखर को कभी अभिमान था 
वो गुलामी का शिखर भी झुक गया ,
देश के लिए जो एक चंद्र था
एक क्रान्ति का शिखर बन गया 
पिस्तौल की आखिरी गोली तक
जिसने गुलामी से संघर्ष था किया 
आजाद शख्स था  वो वक्त से आज़ादी की क्रान्ति को आज़ाद कर गया ।।
@śrishti salute to chandrashekhar azad
srishti8068

srishti

New Creator