चाँद तुम मुझ से दूर हो पर लगता हैं तुम मेरे करीब हो सुंदर हो आज तुम पुरा हो पुर्णिमा की चाँद हो दाग़ तो चाँद पे भी होता है पर गुरुर खुद पे ना हो अपने कर्म से खुद सिखों तुम कैसे हो लोग तो कुछ भी कहेंगे पर अपना कर्म सदा अच्छा हो ©Pramodini Mohapatra #Shardpurnima #sharadpurnima