रंग बिरंगी पेंसिलों की तरह रंग बिरंगी सोच है, रंग बिरंगे विचार कोई क्या कर रहा है और क्या करेगा सोचना है बेकार यही बेहतर है खुद के भीतर निहार ©Surinder Kumari #colours # Introspect