मेरा मन अपने अंतर्मन में उठ रहे भावों को शब्दों की कमी होने के चलते अच्छे से स्पष्ट रूप से खुद ही ना समझ पाना किसी और के द्वारा नए-नए शब्दों के माध्यम से उसी भाव को अच्छे से स्पष्ट किए जाने के बावजूद भी उसे इस बात को बहुत पहले से पता होने का झूठा भ्रम होने के चलते स्वीकार ना कर पाना ही अहंकार है #meraman अहंकार