दुखाया हो कभी जो इस दुनिया ने दिल तुम्हारा,तो उस बात को दिल से लगाने का नहीं ट्ठोखर लाख किस्मत खिलाए लडते रहना मेहनत से यूं थक कर के रुक जाने का नहीं आएंगी कई नूर साथ मे लेकर मोहबत के साथ में बहकर पर तैर जाना है तुझे यूं झुठी लहरों में डूब जाने का नहीं हर दर्द, पुरानी यादें और तेरी हार तुझको हर समय बुलाएगी मगर मेरे दोस्त उधर जाने का नहीं jitesh bhardwaj #udharjaanekanahi #poem