एक सीधी-सादी और शांत लड़की जो खामोशी से बस अपने में ही अपनी जिंदगी जी रही थी ना उसका कोई दोस्त था ना साथी। उसके जीवन में बदलाव का दौर आना तब शुरू हुआ जब उसकी बड़े भाई की शादी तय हुई लड़की वालों की ओर से प्रतिनिधि करने के लिए दुल्हन का दूर का भाई था इसलिए लड़की वालों से बातचीत होने लगी शादी में अभी एक महीने का समय बाकी था बातचीत करते- करते कब प्रेम के पुष्प दोनों में पल्लवित हो गए बातों ही बातों में दोनों ने एक दूसरे को अपना बना लिया। आज का विषय :- "प्रेम के पुष्प" ★ ध्यान दीजिए सभी लेखकों से अनुरोध है कि आज आपको कविता नहीं कहानी का सृजन करना है। ★ सबसे प्रमुख बात आपको कहानी लगभग 100 शब्दों में (लघु कहानी) लिखनी है। ★ समय सीमा :- कल सुबह 7:00 बजे तक