घुंघट पहन लिया हमने घूंघट कैसे करू भाव अपने प्रकट सोचने पर लगे शरम की दीवार है सही इसके सारे ही मर्यादा की रेखा बनी ना निकालो तुम घूंघट,ओढ़ लो शर्म की चुनरिया मान सम्मान ,इज्जत बुजुर्गो की हमेशा करे तुम्हारी नजरिया मुंह दिखाने के चक्कर में मुंह ना खोलो ना निकालो घूंघट तुम,हमेशा हया की चुनी ओढ़लो घूंघट #tradition#culture#respect#घूंघट