यही तो है.. तुम्हारा और मेरा... सपनों का सुन्दर संसार, मन के अंतस्तल से...... मेरी नस-नस में समाये हो तुम। 💖💖 ना प्रेम-पत्र लिखे.. ना ही कभी तुमने शब्दों में इक़रार किया, हर बात हृदय से... बहती तुम्हारी इसलिए हमें भाये तुम। 💖💖 जहाँ मेरी थकन.... ठंडी छाँव पाती है हर पल.. हर क्षण, प्रेम की वो.. असीम गहराईयाँ लेकर मुझ में समाये तुम।