अपने ख़्वाब की परवरिश करो आँखें खुली रख्खो ना जाने कब आँखों को भेदते हुये ज्ञान अंदर प्रवेश करेगा ना जाने कब ख़्वाब की दृढ़ता, लक्ष्य में परिवर्तित होगी ना जाने कब तुम्हारा सच्चा ख़्वाब लबरेज होगा! आदमी अपनी इच्छाओं से बनता बिगड़ता है। सुप्रभात। अपने ख़्वाब की परवरिश करो, अपने ख़्वाब से प्यार करो। #ख़्वाबकीपरवरिश #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #विप्रणु #yqdidi #inspiration #poetry